- कई बीमारियों में फायदेमंद है तरबूज

-इन 5 बीमारियों में सेवन से करें परहेज नयी दिल्ली । गर्मी में मिलने वाला फल तरबूज कब्ज, स्ट्रेस, वेट लॉस, आंखों की समस्या, हार्ट डिजीज, ब्लड प्रेशर, इम्यूनिटी बूस्ट करने, पाचन दुरुस्त करने आदि में बेहद फायदेमंद है तरबूज। हालांकि, इसके इतने लाभ होने के बावजूद यह कुछ नुकसान भी पहुंचा सकता है। आइए जानते हैं तरबूज खाने के क्या नुकसान हो सकते हैं और इसमें कौन-कौन से पोषक तत्व मौजूद होते हैं। तरबूज में पानी सबसे अधिक होता है। इसके अलावा, तरबूज में फाइबर, एनर्जी, कार्बोहाइड्रेट, शुगर, लाइकोपीन, आयरन, कैल्शियम, पोटैशियम, फॉस्फोरस, मैग्नीशियम, नियासिन, जिंक, थियामिन, विटामिन ए, बी6, सी, ई आदि भी मौजूद होते हैं।एक अंग्रेजी अखबार में छपी एक खबर के अनुसार, तरबूज सेहत के लिए हेल्दी और सुरक्षित फल है। यहां तक कि पोषण विशेषज्ञों ने भी इसके सेवन की असुरक्षित सीमा को परिभाषित नहीं किया है। हालांकि, आपको अपने ब्लड शुगर लेवल को कम रखना है तो इसका सेवन सीमित मात्रा में करना होगा। 4 कप तरबूज (608 ग्राम) में हाई ग्लाइसेमिक इंडेक्स लेवल होता है। साथ ही यह लगभग 46 ग्राम कार्ब्स प्रदान करता है, जिसमें से 36 ग्राम शुगर से आते हैं। ऐसे में यह फल आपके ब्लड शुगर लेवल में स्पाइक का कारण बन सकता है। बेहतर है कि डायबिटीज के मरीज बहुत ही लिमिट में तरबूज खाएं। आप तरबूज का सेवन डॉक्टर की सलाह पर ही करें। जो लोग फूडमेपस के प्रति संवेदनशील होते हैं, उनमें अधिक तरबूज के सेवन से गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल डिस्कंफर्ट हो सकता है। बेहतर है कि आप इस फल का अधिक लाभ पाने के लिए दिन में सिर्फ 2 कप यानी 300 ग्राम ही सेवन करें। फूडमैप एक प्रकार का शॉर्ट-चेन कार्बोहाइड्रेट्स (शुगर) होता है, जिसे छोटी आंत गलत तरीके से एब्जॉर्ब करती है। ऐसी स्थिति में कुछ लोग फॉडमैप में आने वाली चीजों का सेवन करते हैं तो डाइजेस्टिव डिस्ट्रेस का अनुभव कर सकते हैं।चूंकि, तरबूज में लाइकोपीन नामक कम्पाउंड होता है, जो कई तरह के फायदे पहुंचाता है, लेकिन कई बार अधिक सेवन से लाइकोपीन शरीर को कुछ नुकसान भी पहुंचा देता है। इस कम्पाउंड के ओवरडोज से आपको अपच, डायरिया, उल्टी, जी मिचलाने जैसी समस्याएं हो सकती हैं।यदि आपको किसी भी तरह की एलर्जी है तो आप तरबूज के अधिक सेवन से बचें। कुछ लोगों में तरबूज खाने से एलर्जी की समस्या देखी गई है। इसमें डायटरी फाइबर और पानी की मात्रा अधिक होती है। ऐसे में फाइबर का एक बार में अधिक मात्रा में शरीर में जाना नुकसानदायक हो सकता है। इससे आपको दस्त, ब्लोटिंग, गैस, सूजन आदि की समस्याएं हो सकती हैं। तरबूज में जैसा कि पानी बहुत अधिक होता है, ऐसे में एक दिन में अत्यधिक तरबूज खा लेने से शरीर में पानी की मात्रा अधिक हो सकती है। इसे मेडिकल भाषा में वॉटर इंटॉक्सिकेशन कहा जाता है। ऐसी कंडीशन में शरीर में सोडियम का स्तर कम हो सकता है। सही समय पर यदि बॉडी में पानी की क्वांटिटी को नियंत्रित ना किया जाए, तो इससे ब्लड वॉल्युम भी बढ़ सकता है, इस वजह से थकान महसूस हो सकती है। पांव में सूजन, किडनी से जुड़ी समस्या भी हो सकती है। बता दें कि गर्मी के मौसम में तरबूज का सेवन लोग खूब करते हैं। सस्ता होने के साथ यह कई फायदों से भरा होता है। पानी की मात्रा तरबूज में भरपूर होती है, ऐसे में ये गर्मी में डिहाइड्रेशन, लू से बचने के लिए बेस्ट फल है। गर्मी में यह फल ना सिर्फ आपकी प्यास बुझाती है, बल्कि थकान भी दूर करता है। जब आपके शरीर में पानी की मात्रा पर्याप्त होगी, तो आप लू, डिहाइड्रेशन, गर्मी में होने वाली अन्य समस्याओं से बचे रह सकते हैं।

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