नई दिल्ली । रक्षा अनुसंधान विकास संगठन (डीआरडीओ) द्वारा विकसित तपस ड्रोन कर्नाटक के चित्रदुर्ग जिले के एक गांव में परीक्षण के दौरान उड़ान भरते ही दुर्घटनाग्रस्त हो गया। मिली जानकारी के अनुसार यूएवी-तपस हिरीयूर तालुका में वड्डिकेरे गांव के बाहर गिरा। सूत्रों के मुताबिक, जब यह घटना हुई तब डीआरडीओ का ड्रोन परीक्षण उड़ान पर था। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक ‘डीआरडीओ द्वारा विकसित किया जा रहा एक तापस ड्रोन आज कर्नाटक के चित्रदुर्ग जिले के एक गांव में परीक्षण उड़ान के दौरान दुर्घटनाग्रस्त हो गया।’ रक्षा अधिकारियों ने बताया कि डीआरडीओ दुर्घटना के बारे में रक्षा मंत्रालय को जानकारी दे रहा है और दुर्घटना के पीछे के विशिष्ट कारणों की जांच की जा रही है। हालांकि इस घटना में किसी तरह की कोई हताहत की सूचना नहीं। ड्रोन खाली खेत में गिरा था। फिलहाल दुर्घटना के कारणों की जांच की जा रही है। वीडियो में देखा जा सकता है कि तपस यूएवी दुर्घटना के बाद टूट गया और उसके उपकरण मैदान पर बिखर गए। इस दौरान तेज आवाज के साथ यूएवी के दुर्घटनाग्रस्त होते ही बड़ी संख्या में ग्रामीण मौके पर जमा हो गए और स्थानीय पुलिस को इसकी सूचना दी। बता दें कि तपस ड्रोन सीमाओं पर निगरानी रखने और दुश्मनों पर हमला करने के लिए विकसित किया जा रहा है। हालांकि इसे फिलहाल भारतीय सेना में शामिल नहीं किया गया है। डीआरडीओ की वेबसाइट के अनुसार यह ड्रोन 30 हजार फीट की ऊंचाई तक उड़ान भर सकता है। इस स्वदेशी ड्रोन का इस्तेमाल सीमाओं पर निगरानी रखने के साथ साथ दुश्मनों पर हमला करने के लिए भी किया जा सकता है।